Dogle Log Shayari – दोगले लोगों पर शायरी
ज़िंदगी में सबसे ज़्यादा चोट वहां से मिलती है जहाँ से उम्मीद least होती है – और अक्सर ये चोट दोगले लोगों से मिलती है। जो सामने कुछ और होते हैं और पीछे कुछ और, उन्हीं पर हमने दिल से लिखी है ये खास Dogle Log Shayari। पढ़िए और शेयर कीजिए उन लोगों तक जो आपकी मुस्कान के पीछे आपकी हार का जश्न मना रहे हैं।.
Table of Contents
Dogle Log Shayari in Hindi
No 1:
बातों में मिठास, नीयत में खोट है,
दोगले लोग हर मोड़ पे साथ छोड़ते हैं।
No 2:
सामने दुआ, पीछे बददुआ देते हैं,
दोगले लोग अपने भी नहीं होते हैं।
No 3:
दिल से निकली दुआ मांगने आते हैं,
और पीठ पीछे आग लगाने जाते हैं।
No 4:
चेहरे पर दिखावा, अंदर से चालाक हैं,
दोगले लोग हर जगह की बुराई की किताब हैं।
No 5:
वो दोस्ती की बात करेंगे बड़े प्यार से,
और गिरा देंगे तुझे वक्त के वार से।
No 6:

जो हँसते हैं साथ, ज़रा उनसे बच के चल,
दोगले लोग छुरा मारते हैं पीठ के बल।
No 7:
हर चेहरे पे नक़ाब है, हर बात में छल,
दोगले लोग नहीं समझते दिल का हल।
No 8:
तेरा फायदा हो तो साथ देंगे,
वरना दोगले लोग कब कौनसा रंग बदलें, कौन जाने।
No 9:
अपने मतलब के लिए रिश्ता जोड़ते हैं,
दोगले लोग ज़रूरत के वक़्त ही याद करते हैं।
No 10:
अच्छे बनने का नकाब ओढ़े रहते हैं,
दिल के अंदर नफ़रतें बोए रहते हैं।
No 11:
दोगले लोग हर मोड़ पे मिलते हैं,
हकीकत छुपा के ज़हर की पोटली लिए फिरते हैं।
No 12:
तेरी कामयाबी पर भी जल जाते हैं,
और चेहरे से बधाई का नाटक करते हैं।
No 13:
तू गिरा तो सबसे पहले हँसेंगे,
दोगले लोग तुझे ही कसूरवार कहेंगे।
No 14:
अंदर से खोखले, बाहर से रंगीन,
दोगले लोग होते हैं रिश्तों के ग़रीब।
No 15:

जो तुझसे सामने इश्क़ जताते हैं,
वही पीठ पीछे जहर फैलाते हैं।
No 16:
ना कोई वफ़ा, ना कोई शर्म बची,
दोगले लोगों की दुनिया अजीब सी लगी।
No 17:
तू सच्चा भी हो तो शक करेंगे,
दोगले लोग हर चीज़ में फर्ज़ी बात करेंगे।
No 18:
तेरे दर्द पर भी ताली बजाएंगे,
दोगले लोग तुझे ही इल्ज़ाम लगाएंगे।
No 19:
हर रिश्ते में धोखा भर देंगे,
दोगले लोग मुस्कुराते हुए जहर देंगे।
No 20:
जो आज तेरे हैं, कल किसी और के होंगे,
दोगले लोग वक़्त देखकर रिश्ते बुनते हैं।
No 21:
वो अपनी बातों से सबको मोहित करेंगे,
मगर दिल में तेरे खिलाफ साजिशें भरेंगे।
No 22:
अंदर से खाली, ऊपर से चालू,
दोगले लोग हर तरफ़ फैलाएं जालू।
No 23:
तुझसे हँसकर मिलेंगे बड़ी सादगी से,
और गिरा देंगे तुझे चालाकी से।
No 24:
ना आंखों में शर्म, ना दिल में सच्चाई,
दोगले लोग बनते हैं सबसे बड़ी भलाई।
No 25:
मतलब निकलते ही पहचान भूल जाते हैं,
दोगले लोग ज़रूरत के रिश्ते निभाते हैं।
No 26:
तेरी हर गलती को मुद्दा बना देंगे,
और अपनी चालाकी पर पर्दा डाल देंगे।
No 27:
साथ चलेंगे, मगर दिल से नहीं,
दोगले लोग सिर्फ़ वक्त के लिए करीबी बनते हैं।
No 28:
तेरे हर राज को बाज़ार बना देंगे,
दोगले लोग दोस्त बनकर वार कर देंगे।
No 29:
जो बातें प्यार से कहें वो भी झूठ होती हैं,
दोगले लोग सच्चाई से दूर होते हैं।
No 30:

दिखावे के रिश्ते निभाते हैं ये लोग,
दिल से नहीं, बस फ़ायदे से सोचते हैं लोग।
No 31:
तेरी खामोशी का मज़ाक उड़ाएँगे,
और फिर तुझी को गलत ठहराएँगे।
No 32:
मासूम चेहरा, मगर इरादे खतरनाक,
दोगले लोग ही देते हैं सबसे बड़ा धोखा हर बार।
No 33:
तुझे बुरा कहकर खुद को अच्छा बनाते हैं,
दोगले लोग हर बात को मोड़ कर सुनाते हैं।
No 34:
जो अपने थे, उन्हीं से ठोकर खाई,
दोगले लोगों की दुनिया है बड़ा अजीब भाई।
No 35:
तेरा सच भी उन्हें खटक जाएगा,
दोगले लोग तुझे ही झूठा बना जाएगा।
No 36:
कभी वादा, कभी दगा, यही है इनका फ़न,
दोगले लोग बनाते हैं हर दिन एक नया प्लान।
No 37:

तेरे सामने कुछ और, पीछे कुछ और,
दोगले लोग हैं चालाकी की सिरमौर।
No 38:
तेरी मजबूरी पे भी ताना मारेंगे,
दोगले लोग तुझे गिरते देख मुस्कराएँगे।
No 39:
जो खुद गलत हैं, वही तुझे आईना दिखाएँगे,
दोगले लोग तेरे हर लफ्ज़ में भी खोट पाएँगे।
No 40:
हाथ में तेरे हाथ रखेंगे वफ़ा की बातों से,
पर दोगले लोग गिरा देंगे तुझे हालातों से।
Dogle Log Shayari on Life – जीवन पर दोगल लोग शायरी
No 1:

सीख ली है अब मुस्कुराते हुए चलना,
क्योंकि ज़िंदगी में दोगले हर मोड़ पर मिलना।
No 2:
जो हर बार अपना कहकर साथ निभाते हैं,
वो ही लोग ज़िंदगी में सबसे गहरे ज़ख्म दे जाते हैं।
No 3:
ज़िंदगी सिखाती है चेहरे पढ़ना,
क्योंकि दोगले लोग दिल में ज़हर छुपा के रखते हैं।
No 4:
अपने मतलब के लिए कदम से कदम मिलाएँगे,
और जब तू गिरेगा तो ताली बजाएँगे।
No 5:
सच्चाई के रास्ते पर चलना आसान नहीं,
क्योंकि ज़िंदगी में दोगले हर जगह तैनात हैं यहीं।
No 6:
जो तुझे आगे बढ़ते देख जलते हैं,
वो ही दोगले ज़िंदगी में सबसे पहले दिखते हैं।
No 7:
ज़िंदगी में कई बार तन्हा रहना अच्छा है,
क्योंकि दोगले रिश्ते सिर्फ़ दर्द ही देते हैं सच्चा है।
No 8:
किसी को अपना समझने से पहले सोच लेना,
ज़िंदगी में दोगले लोग पहचान छुपा कर आते हैं ना।
No 9:
रास्ते तो साफ़ थे, मगर लोग गंदे थे,
ज़िंदगी में सफ़र मुश्किल नहीं था, हमसफ़र दोगले थे।
No 10:
ज़िंदगी की सबसे बड़ी ठोकर तब लगी,
जब अपनों ने ही पीछे से वार कर दी।
No 11:
अब समझ आया, क्यों कुछ लोग खामोश रहते हैं,
ज़िंदगी में दोगले लोग जुबान से धोखा देते हैं।
No 12:
जो तेरी हार पे खुश हो, वो अपना नहीं,
ज़िंदगी सिखा देती है किसे दिल में रखना है, किसे नहीं।
No 13:
चेहरे बदलते नहीं, बस नक़ाब उतरते हैं,
ज़िंदगी में दोगले हर मोड़ पर मिलते हैं।
No 14:

ज़िंदगी ने सिखाया कि खामोशी ही बेहतर है,
क्योंकि दोगले लोग बातों से ही खेलते हैं।
No 15:
हर रिश्ते में वफ़ा नहीं होती,
ज़िंदगी में दोगले भी सगे बनकर आते हैं बहुत होती।
No 16:
मतलब निकलते ही जो पहचान भूल जाए,
ज़िंदगी में ऐसे दोगले हर कोने में पाए जाएं।
No 17:
अब तो आइना भी डरता है दिखाने से,
क्योंकि ज़िंदगी दोगले चेहरों से भरी पड़ी है हर रास्ते से।
No 18:
हर मोड़ पर तजुर्बा साथ चलता है,
ज़िंदगी में दोगले लोग सबक बनकर बसता है।
No 19:
जो आज साथ हैं, कल गैर बन जाएँगे,
ज़िंदगी में दोगले लोग वक़्त देखकर रंग दिखाएँगे।
No 20:
तेरी हर अच्छाई को कमजोरी समझेंगे,
ज़िंदगी में दोगले लोग तेरा सच्चापन भी नापेंगे।
Conclusion: दोगले लोगों पर शायरी
दुनिया में सबसे मुश्किल होता है दोगले लोगों को पहचानना, जो अपने चेहरे पे मासूमियत और दिल में चालाकी रखते हैं। उम्मीद है कि ये Dogle Log Shayari – दोगले लोगों पर शायरी आपके जज़्बात को सही लफ़्ज़ों में बयां कर पाई होगी। अगर आपको ये शायरी पसंद आई हो, तो इन्हें उन लोगों तक जरूर पहुँचाएं जो ज़िंदगी में ऐसे दोहरे चेहरों से दो-चार हो चुके हैं।.